भारतीय महिला क्रिकेटरों ने खेल में अच्छा प्रर्दशन करते हुए एशिया कप के फाइनल में श्रीलंका को आठ विकेट से हरा दिया है। इस जीत के साथ टीम इंडिया ने सातवीं बार महिला एशिया कप का खिताब अपने नाम किया। बांग्लादेश के सिलहट स्टेडियम में खेले गए इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका की टीम 20 ओवर में नौ विकेट गंवाकर 65 रन ही बना सकी। जवाब में भारत ने 8.3 ओवर में दो विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। भारत की ओर से पहले रेणुका सिंह ने घातक गेंदबाजी करते हुए तीन विकेट झटके। इसके बाद स्मृति मंधाना ने नाबाद 51 रन बनाकर मैच जिता दिया।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंकाई टीम की शुरुआत खराब रही। कप्तान चमारी अटापट्टू और विकेटकीपर अनुष्का संजीवनी की सलामी जोड़ी ने काफी धीमी शुरुआत की। तीसरे ओवर में आठ रन के स्कोर पर श्रीलंकाई टीम को पहला झटका लगा है। कप्तान चमारी अटापट्टू 12 गेंदों में छह रन बनाकर रन आउट हुईं। यहीं से श्रीलंका का पतन शुरू हो गया। नौ रन के स्कोर पर टीम का दूसरा विकेट गिरा। रेणुका सिंह ने माधवी को विकेटकीपर ऋचा घोष के हाथों कैच आउट कराया। उन्होंने पांच गेंद में एक रन बनाया।
इसी स्कोर पर श्रीलंका का तीसरा विकेट गिरा। सलामी बल्लेबाज संजीवनी दो गेंदों में चार रन बनाकर रन आउट हुईं। अगली ही गेंद पर रेणुका ने हसिनी परेरा को स्मृति मंधाना के हाथों कैच कराया और श्रीलंका के चार विकेट गिर गए। लगातार तीन गेंदों पर तीन विकेट गंवाने के बाद श्रीलंका की टीम संघर्ष कर रही थी। रेणुका ने कविशा दिलहारी को क्लीन बोल्ड कर श्रीलंका को पांचवां झटका दिया। पावरप्ले के अंदर श्रीलंका की आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी। अब श्रीलंका के सामने पूरे 20 ओवर खेलने की चुनौती थी।
CHAMPIONS 🏆
Congratulations to India on their 7th Women's Asia Cup triumph 👏#WomensAsiaCup2022 | Scorecard: https://t.co/KKwY2tz2Pb | 📸 @ACCMedia1 pic.twitter.com/7U15d7ibT3
— ICC (@ICC) October 15, 2022
राजेश्वरी गायकवाड़ ने नीलाक्षी डी सिल्वा को बोल्ड करके भारत को छठी सफलता दिलाई। नीलाक्षी ने आठ गेंदों में छह रन बनाए। इस समय श्रीलंका का स्कोर 18 रन था। स्नेह राणा ने अपनी ही गेंद पर शेहानी का कैच पकड़ श्रीलंका को सातवां झटका दिया। इस समय श्रीलंका का स्कोर 25 रन था। अंत में पुछल्ले बल्लेबाजों ने बेहतर प्रदर्शन किया। रानासिंघे 20 गेंदों में 13 रन बनाकर राजेश्वरी गायकवाड़ का शिकार बनी। स्नेह राणा ने सुगंधिका कुमारी को बोल्ड कर श्रीलंका को नौवां झटका दिया।
सुगंधिका ने 24 गेंदों में छह रन बनाए। उनकी पारी धीमी जरूर थी, लेकिन हालात के हिसाब से उन्होंने अपनी टीम को ऑलआउट होने से बचाया। आखिरी विकेट के लिए कुलसूर्या और रणवीरा ने 22 रन की नाबाद साझेदारी कर अपनी टीम का स्कोर 66 रन तक पहुंचा दिया। भारत की ओर से रेणुका सिंह ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए। वहीं, राजेश्वरी गायकवाड़ और स्नेह राणा को दो-दो विकेट मिले।
66 रन के मामूली लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम ईंडिया की शुरुआत ठिक नहीं रही। शेफाली वर्मा पांच रन और जेमिमा रोड्रिग्स दो रन बनाकर आउट हुईं। इसके बाद उपकप्तान स्मृति मंधाना और कप्तान हरमनप्रीत कौर ने मिलकर टीम इंडिया को जीत दिलाई। मंधाना ने 25 गेंदों में छह चौके और तीन छक्के की मदद से 51 रन की नाबाद पारी खेली। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 204.00 का रहा। वहीं, कप्तान हरमनप्रीत 11 रन बनाकर नाबाद रहीं। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए नाबाद 36 रन की साझेदारी की। श्रीलंका की ओर से इनोका रणवीरा और कविशा दिलहारी ने एक-एक विकेट लिया।
We 🇮🇳 are CHAMPIONS! What an amazing run by @BCCIWomen at the #AsiaCup2022.
Congratulations to @ImHarmanpreet & her team for raising the bar in women’s cricket. The convincing win in the final is a testimony to #TeamIndia’s consistency and class 👏 pic.twitter.com/M7PJyqq0Xl
— Jay Shah (@JayShah) October 15, 2022
भारत और श्रीलंका की टीम महिला एशिया कप के फाइनल में पांचवी बार आमने-सामने थी और पांचों बार टीम इंडिया ने श्रीलंका को हराया है। यह महिला एशिया कप का आठवां संस्करण था और टीम इंडिया सभी आठों संस्करण के फाइनल में पहुंची है। 2004 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट को 2008 तक वनडे फॉर्मेट में खेला गया। वहीं, 2012 से अब तक इसे टी20 फॉर्मेट में खेला जा रहा है। 2004 में महिला एशिया कप का पहला संस्करण श्रीलंका में खेला गया था। तब भारत ने टॉप पर रहकर टूर्नामेंट 5-0 से जीता था। फिर 2005 महिला एशिया कप से यह नॉकआउट राउंड के हिसाब से खेला जाने लगा। तब यह टूर्नामेंट पाकिस्तान में खेला गया था।