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Krishna Janmashtami: कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर कृष्ण रुप में दिखें भगवान महाकाल, उज्जैन से कृष्ण का गहरा नाता

• LAST UPDATED : September 7, 2023

India News (इंडिया न्यूज़), Krishna Janmashtami: आज कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व पूरी देश में मनाया जा रहा है। इसकी शुरुआत महाकाल मंदिर से की गई। आज उज्जैन के महाकालेश्वर में भगवान महाकाल का श्रृंगार श्री कृष्ण के रूप में किया गया। इस मौके पर भक्तों का भीड़ देखने को मिला। हर पर्व को महाकाल के दरबार मे धूमधाम से मनाया जाता है।

  • सूखे मेवे और भांग से भोग लगा
  • महाकाल को तुलसी माला, कृष्ण को बेलपत्र

कृष्ण और महाकाल का गहरा नाता

इस बात की जानकारी देते हुए महाकाल मंदिर के पंडित ने बताया कि हर जन्माष्टमी में भगवान महाकाल को कृष्ण रुप में तैयार किया जाता है। साथ ही सूखे मेवे और भांग से भोग भी लगाया जाता है। साथ ही उन्होंने बताया कि कृष्ण और महाकाल के बीच खास रिश्ते माना जाता है। उन्होंने बताया कि भगवान श्री कृष्णा ने उज्जैन से ही शिक्षा प्राप्त किया था। वहीं भगवान महाकाल जब सवारी पर निकलते हैं, तब महाकाल श्री कृष्ण से मिलने के लिए भगवान महाकाल जरुर जाते हैं।

64 कलाओं में ज्ञान

उन्होंने बताया कि जब महाकाल की सवारी निकाली जाती है, तब द्वारकाधीश गोपाल मंदिर पर सवारी को रोक कर भगवान श्री कृष्णा और भगवान महाकाल की एक साथ आराधना की जाती है। साल में एक बार देवउठनी ग्यारस पर महाकालेश्वर मंदिर से निकलने वाली सवारी सीधे गोपाल मंदिर जाती है। जहां पर भगवान महाकाल को तुलसी माला पहनाई जाती है और भगवान श्री कृष्ण को बेलपत्र चढ़ाया जाता है। कहा जाता है कि श्री कृष्ण ने गुरु सांदीपनि से शिक्षा ली थी। जिसके दौरान श्री कृष्ण उज्जैन में 64 दिनों तक रुके थें और यहां 64 कलाओं का ज्ञान प्राप्त किए थें।

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