India News (इंडिया न्यूज़), Kuno National Park: कूनो नेशनल पार्क में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘प्रोजेक्ट चीता’के तहत चीतों को बसाने की कोशिश में लगें हैं। जिसके लिए दक्षिण अलग-अलग देशों से चीतों को भारत लाया जा रहा है। लाए गए चीतों में से तीन चीतों की मौत की ख़बर पहले मिली थी।
आज बताया जा रहा है कि एक शावक ने भी अपना दम तोड़ दिया है। 27 मार्च को मादा चीता ज्वाला (उस समय शियाया) ने चार शावकों को जन्म दिया था। जिसमें आज एक की मौत हो गई। हालांकि अभी कारण नहीं बताया गया है। शावक के मौत के साथ अब कूनो नेशनल में शावक सहित चीतों की संख्या कुल 23 हो गई है।
भारत के प्रधानमंत्री के जन्म दिन के मौक पर‘प्रोजेक्ट चीता’के तहत चीतों की पहली खेप नामीबिया से लाया गया था। जिसमें 8 चीतों को भारत लाया गया था। नरेंद्र मोदी ने खुद इन चीतों को कूनो नेशनल के बाड़े में छोड़ा था। इसके बाद 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों को कूनो नेशनल लाया गया। यानी की 20 चीतों को भारत लाया गया था।
कुछ दिन बाद इन चीतों में मादा चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था। वहीं दूसरी ओर मादा चीता साशा की सबसे पहले मौत हो गई थी। इसके बाद चीता उदय और दक्षा की भी मृत्यु हो गई। कुल मिलाकर कूनो नेशनल पार्क में एक बार फिर से चीतों की संख्या 20 पहुंच गई है।
पीसीसी वाइल्ड लाइफ जसवीर सिंह ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि मॉनीटरिंग के दौरान शावक बीमार था। हालांकि लगातार हो रहे चीतों की मौत के कारण इस प्रोजेक्ट की सफलता पर सवाल उठ रहा है। साथ ही साथ अधिकारियों पर भी सवाल उठाया जा रहा है।
एक ओर जहां पर्यटक चीतों को देखने का बेसर्वी से इन्तजार कर रहें हैं। वहीं दूसरी ओर लगातार चीतों की मौत के कारण अभी इसका कोई अनुमानित समय भी नहीं बताया जा रहा है।
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