आज पूरे देश में शब-ए-बारात मनाई जा रही है। मुस्लिम समुदाय में मान्यता है कि इस दिन की गई इबादत का सबाब सबसे ज्यादा होता है। इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक माह -ए-शाबान को बेहद पाक और मुबारक महीना माना जाता है। कहा जाता है कि इस दिन की गई इबादत में इतनी ताकत होती है कि वो किसी भी तरह के गुनाहों से माफी दिलाती है।
बता दें कि बीते महीने 21 फरवरी को शाबान का चांद दिखा था। इस दिन ही इस त्योहार को 7 मार्च को मनाए जाने का ऐलान किया गया था। कहा जाता है कि शब-ए बारात की रात को आपकी हर गलती को माफ कर दिया जाता है। इस पाक रात के दिन जो कोई भी सच्चे दिल से उपर वाले की इबादत करता है, उसके सामने अपने कुबुल करता है। उपर वाले उसे माफी अता करते है। यही वजह है कि मुस्लिम समुदाय के लोग इस दिन को काफि खास मानते हैं।
इस दिन मस्जिदों और कब्रिस्तानों में खास सजावट देखने को मिलती है। ये रात इस्लाम में 4 मुकद्दस रातों में से एक मानी जाती है। पहली रात आशूरा की रात होता है, दूसरी शब-ए-मेराज, तीसरी शब-ए-बारात और चौथी रात को शब-ए-कद्र की रात कही जाती है। इस बार होलिका दहन भी इसी रात में किया जाना है। जिसको लेकर सभी शहरों में सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है।