India News (इंडिया न्यूज),Ujjain Mahakal: आज माघ कृष्ण पक्ष की संकट चतुर्थी तिथि है। इस दिन भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल का गहनों से शृंगार किया गया। इस दौरान बाबा के शृंगार में आज मस्तक पर सर्प का उपयोग किया गया। साथ ही बाबा को देखकर भगवान श्री गणेश का स्वरूप आकर्षित कर रहा था। शृंगार के बाद बाबा महाकाल को भस्म रमाई गई है। बाबा के इस अनोखे स्वरूप के हजारों भक्तों ने दर्शन किए है।
इस रूप में किया शृंगार (Ujjain Mahakal)
धर्म की नगरी मे विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में संकट चतुर्थी पर आज सुबह से बाबा के दर्शन करने के लिए भक्तों की भीड़ लगी है। भस्म आरती के दौरान मंदिर के पट खुलते ही सबसे पहले पुजारी और पुराहितों के द्वारा भगवान श्री गणेश, माता पार्वती, कार्तिकेय और बाबा महाकाल का जलाभिषेक किया। जिसके बाबा की कपूर आरती की गई।
मंदिर परिसर जयकार से गुंजायमान हुआ
भगवान महाकाल का दूध, दही, घी, शक्कर फलो के रस से बने पंचामृत से जलाभिषेक किया और भगवान को बिल्व पत्र अर्पित किए गए और मस्तक पर त्रिपुंड लगाकर श्रृंगारित करने के बाद ज्योतिर्लिंग को कपड़े से ढांककर महानिवार्णी अखाड़े की ओर से बाबा महाकाल को भस्म अर्पित की गई। भस्म आरती के बाद बाबा का श्री गणेश स्वरूप में शृंगार किया गया और पगड़ी बांधकर गहने भी पहनाए गए। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शनों का लाभ लिया। जिससे पूरा मंदिर परिसर बाबा की जयकार से गुंजायमान हो गया।
ये भी पढ़े :