मुगल काल में कैसे होता था तलाक 

दुनिया के अलग-अलग देशों में तलाक को लेकर कई नियम है। 

लेकिन क्या आपको पता है, मुगल काल में तलाक कैसे होता था। 

इसके लिए पहला नियम ये था कि एक बीवी है तो शौहर दूसरा निकाह नहीं कर सकता। 

शौहर को अपने बीवी से दूर नहीं रह सकता और अगर रहता है तो उसे गुजारा भत्ता देना पड़ेगा। 

साथ ही किसी दासी को शौहर अपनी पत्नी नहीं बना सकता है। उस दौर भी पति तलाक लेते थे। 

अगर निकाहनामे की शर्त टूटी तो शादी को खत्म करने की अनुमति थी। 

वही शाही परिवार को तलाक के लिए कई अधिकार मिले थे। बादशाह के मंजूरी पर किसी का भी तलाक कराया जा सकता था।