एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि हमें ब्रेकफास्ट और लंच हैवी मील लेनी चाहिए,लेकिन लोगों में सवाल रहता है कि दोपहर के खाने में हमें कितनी रोटी खानी चाहिए
दोपहर का खाना हो या रात का.. भारतीयों को थाली में गेहूं की रोटी जरूर चाहिए. ऐसा माना जाता है ये हमें ताकत देता है. इसलिए ग्रामीण इलाकों में आज भी दोनों टाइम रोटी जरूर खाई जाती है
एक्सपर्ट्स के अनुसार, कितनी रोटी खाई जाए इस पर ध्यान देने के बजाय मील को पोर्शन में बांट देना चाहिए. टुकड़ों में खाने से ये ठीक से पच पाता है और आप फूड क्रेविंग से भी बच पाते हैं
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर हमारी थाली में चावल हैं तो 2 रोटी खाएं. इसके अलावा 3 रोटी, रायता और ज्यादा सब्जी खाना बेस्ट रहता है. सब्जी में सूखी सब्जी और दाल का होना बहुत जरूरी है
ऐसा कहा जाता है कि आजकल आटे में ग्लूटेन ज्यादा आता है. ये ग्लूटेन आंतों में चिपक जाता है जिससे गंदगी बढ़ने लगती है. ऐसे में हमें लिमिट में ही रोटी या चपाती को खाना चाहिए
अगर आप खाने के साथ सलाद खाते हैं तो इस आदत को बदल दें, आयुर्वेद कहता है कि हमें खाना खाने से पहले करीब आधे घंटे पहले खीरा, मूली या दूसरी चीजों को सलाद के रूप में खाना चाहिए
गेहूं की जगह जौं या दूसरे मोटे अनाजों से मिक्स आटे की रोटी को खाना बेस्ट रहता है. इसके अलावा खाना खाने के करीब आधे घंटे बाद ही पानी पिएं. ज्यादा से ज्यादा पानी पीने से बॉडी डिटॉक्स हो पाती है