खाड़ी देशों से पहले भारत में मिला था तेल का कुआं

हर देश के लिए तेल अब अत्यधिक महत्वपूर्ण हो गया है। तेल के कुओं की चर्चा होती है तो आमतौर पर सऊदी अरब जैसे खाड़ी देशों का ख्याल आता है। 

हालांकि, खाड़ी देशों से कई साल पहले ही भारत में तेल के कुएं की खोज हो चुकी थी। चलिए जानते हैं कि यह खोज किस राज्य में हुई थी।

असम राज्य के तिनसुकिया जिले के डिगबोई शहर में 19वीं सदी के अंत में कच्चे तेल की खोज की गई थी।

डिगबोई में एशिया में पहली बार तेल के कुएं का खनन हुआ था। इसे असम के तेल नगरी के रूप में जाना जाता है।

डिगबोई में दुनिया के कुछ सबसे पुराने तेल कुएं हैं। 1901 में यहां एशिया की पहली तेल रिफाइनरी शुरू की गई थी।

कहते हैं कि 1860 के दशक में डिगबोई क्षेत्र घने जंगलों से भरा हुआ था, जहां रेलवे लाइन बिछाई जा रही थी।

इस काम में कई हाथियों का उपयोग हो रहा था। एक दिन एक इंजीनियर ने देखा कि एक हाथी के पैर तेल से सने हुए हैं।

तेल देखकर वह इंजीनियर चिल्लाने लगा "डिग बॉय, डिग" (यानी "खोद लड़के, खोद")। इसी से इस शहर का नाम डिगबोई पड़ा।