प्रेमानंद महाराज ने बताया कैसे बनाएं बच्चों को बुद्धिमान

एक सत्संग के दौरान प्रेमानंद महाराज ने बताया कि हम कभी छोटे बच्चों को कहीं भी भगवान का नाम लेने के लिए प्रेरित नहीं करते हैं।

प्रेरित

यदि बच्चा थोड़ी देर बैठकर भागवत कथा सुनता है या ध्यान करता है तो उसके अंदर दैवी संपदा आ जाती है।

दैवी संपदा

अगर बच्चों को गंदे दृश्य दिखाएंगे, गंदी बातें करेंगे और उन पर ध्यान नहीं रहेंगे तो बच्चों में अच्छे संस्कार नही आएंगे।

संस्कार

बच्चों को कैसी-कैसी बातें सिखाई जाती हैं, तभी उनका जीवन अशुभ हो जाता है।

अशुभ

यह ऐसा है जैसे आप बच्चों को जो संस्कार देंगे, उसका वैसा ही प्रभाव बच्चों पर पड़ेगा।

प्रभाव

माता-पिता को सदैव अपने बच्चों में दैवी संपदा के संस्कार डालने चाहिए। भविष्य में वह एक धार्मिक व्यक्ति बने।

धार्मिक व्यक्ति

अगर बच्चा राधा-राधा का जाप करेगा तो उसकी बुद्धि तेज और पवित्र हो जाएगी। वह जो चाहेगा, उसे मिलेगा।

बुद्धि तीव्र होगी