इस बयान को लेकर बताया जा रहा है कि इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है
वहीं बता दें कि सऊदी ने हाल ही में छात्रों के पाठ्यक्रम से इजरायल विरोधी कई पाठ्यक्रमों को भी हटाया है