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आज भी इतिहास में मुगलों की कई कहानियां पन्नों में दफन है। जिसका जिक्र बहुत कम सुने होंगे।
ऐसी ही एक कहानी बाबर के बड़ी बहन का है। जिसने परिवार के लिए खुद को त्यागा।
बाबर को शायबानी ने युद्ध में हार दिया। उसके बाद बाबर को 6 महीना घेरा बंद किया।
साहित्यकारों के अनुसार उस दौरान सिपाहियों को भुखमरी के कारण मार दिया गया ।
बाबर की बड़ी बहन खानजादा दुश्मनों को अच्छे तरीके से फंसा कर राजनीति करना जानती थी।
शायबानी से शर्त रखी कि अगर खानजादा से उसकी शादी हो जाती है तो वह बाबर को छोड़ देगा।
लेकिन भाई और परिवार को बचाने के लिए खान ज्यादा ने उससे शादी कर अपनी पूरी जिंदगी नरक में झोक दी।
दोनों का एक बेटा खुर्रम हुआ, लेकिन कुछ समय बाद वह मर गया । इसके बाद दोनों के बीच में खटपट होने लगी ।
गुस्से में खानजादा की शादी राजा ने अपने फौजी से कर दी ।
कुछ समय बाद युद्ध में सैयद से शायबानी को हार मिली और फिर खानजादा को बंदी बना दिया गया