गाजा में युद्ध से सब कुछ नष्ट हो गया है। इजरायली सेना के लगातार हमलों ने गाजा में भयानक मानवीय संकट पैदा कर दिया है।
10 महीने से चल रहे युद्ध में करीब 40 हजार लोग मारे जा चुके हैं। गाजा के लोग पानी, भोजन, दवा आदि जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं।
सुविधाओं की कमी के कारण गाजा में कई बीमारियां फैल रही हैं। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि गाजा में 25 साल में पहला पोलियो का मामला दर्ज किया गया है।
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने गाजा में लाखों बच्चों को टीका लगाने के लिए संघर्ष विराम का आह्वान किया था।
रामल्लाह के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि जॉर्डन में किए गए परीक्षणों में मध्य गाजा के एक बच्चे में इस बीमारी की पुष्टि हुई है, इस 10 महीने के बच्चे को युद्ध के कारण पोलियो का टीका नहीं लगाया गया था।
संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक, गाजा में 25 साल से पोलियो का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।
भीषण युद्ध के दौरान इस तरह के मामले का सामने आना इस बात का संकेत है कि गाजा में अन्य बच्चों को भी ऐसी बीमारियां हो सकती हैं जिनकी जांच नहीं की गई है।
पोलियो वायरस अक्सर सीवेज और दूषित पानी से फैलता है। इजरायली सेना ने गाजा की जल आपूर्ति को बाधित कर दिया है, कई जल संयंत्रों को नष्ट कर दिया है। जिसके कारण बच्चे दूषित पानी पीने को मजबूर हैं।
पोलियो वायरस अक्सर सीवेज और दूषित पानी से फैलता है। इजरायली सेना ने गाजा की जल आपूर्ति को बाधित कर दिया है, कई जल संयंत्रों को नष्ट कर दिया है। जिसके कारण बच्चे दूषित पानी पीने को मजबूर हैं।