पेशाब का देना पड़ता टैक्स! नहीं देने पर होता बुरा हाल
दुनिया में अलग-अलग चीजों का टैक्स लिया जाता है, लेकिन कुछ टैक्स ऐसे होते हैं जो सुनने में थोड़ा अजीब लगते है।
दरअसल, प्रथम शताब्दी में रोमन सम्राट नीरो और वेस्पासियन ने अपने देश में शराब पर टैक्स वसूलना शुरू किया था।
रोमन साम्राज्य के धोबीघाट या फुलोनिकस में अनोखी प्रथा थी, उस समय पेशाब एकत्र कर उसे सड़ने के लिए छोड़ देते थे।
उससे अमोनिया बन जाता था और वो एक तरह का डिटर्ज़ेंट था जिससे कपडा धुला जाता था।
इसके साथ ही उसका इस्तेमाल जानवरों की खाल को नरम बनाने और उसे पकाने में किया जाता था।
बता दे, अमोनिया में पीएच बहुत ज्यादा होता है जो कार्बनिक पदार्थों को गला देता है।
इसका इस्तेमाल इतना होने लगा कि जब वेस्पासियानो सत्ता में आए तो उन्होंने पेशाब पर ही टैक्स लगा दिया। ये टैक्स उनके लिए था जो इस पेशाब का इस्तेमाल करते थे।
एक बार वेस्पासियान के बेटे टिटो ने अपने पिता से कहा कि ये ऐसा टैक्स लगाना बहुत गलत है।
तब उन्होंने एक सोने का सिक्का लेकर टिटो की नाक पर रखा और पूछा क्या इसमें से बदबू आ रही है?
उसने जवाब में कहा नहीं, तो पिता ने कहा ये पैसे पेशाब से आया है फिर भी इससे बदबू नहीं आ रही है।