Homeउज्जैनUjjain: 51 लाख के नोटों से महाशिवरात्रि मेले के दौरान सजे श्री...

Ujjain: 51 लाख के नोटों से महाशिवरात्रि मेले के दौरान सजे श्री बुद्धेश्वर महादेव, सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात

India News MP (इंडिया न्यूज), Ujjain: श्री बुद्धेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि महाशिवरात्रि पर बाबा श्री बुद्धेश्वर महादेव का हर वर्ष नोटों से श्रृंगार किया जाता है। पिछले 3 वर्षों से मंदिर की सजावट 7 लाख, 11 लाख, 21 लाख रुपयों से की जा चुकी है। जिसके बाद इस साल 1 से लेकर 500 रुपये के लगभग 51 लाख नोटों से मंदिर की सजावट की गई है। पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि यह श्रृंगार 23 मार्च तक रहेगा। इसके बाद श्रद्धालुओं द्वारा दी गई राशि वापस लौटा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि मंदिर में भगवान के दर्शन लोगों को शाम को 5 से रात 11 बजे तक होते हैं। सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक यह मंदिर बंद रहता है।

21 सालों से हो रहा मेले का आयोजन

भगवान श्री बुद्धेश्वर महादेव मित्र मंडली के कपिल माली और रवि गहलोत ने बताया कि लगभग 21 सालों से बड़नगर में यह मेला लगाया जा रहा है। पहले मंदिर को फूलों से सजावट की जाती थी, लेकिन पिछले 3 सलों से मित्र मंडली के सदस्य द्वारा लाखों रुपए एकत्रित कर श्री बुद्धेश्वर महादेव का यह दरबार सजाया जाता है।

सुरक्षा बढ़ाने के लिए कहा जाएगा तो बढ़ा दी जाएगी- एसपी

मंदिर में भगवान का 51 लाख के नोटों से श्रृंगार तो किया गया, लेकिन मंदिर की सुरक्षा के व्यापक इंतजाम नहीं है। इस विषय को लेकर जब SP प्रदीप शर्मा से बात की गई तो उनका कहना था कि वैसे तो मंदिर में असुरक्षा संबंधित कोई बात नहीं है। यहां पर प्रतिदिन थाने के 4 से 5 जवान ड्यूटी देने पहुंचते ही हैं, लेकिन फिर भी यदि सुरक्षा के दर से श्री बुद्धेश्वर महादेव मित्र मंडली द्वारा कोई आवेदन दिया जाएगा तो मंदिर की सुरक्षा बढ़ा दी जाएगी।

अभी कुछ ऐसी है मंदिर में व्यवस्था 

जानकारी के मुताबिक बतादें कि 51 लाख रुपए से सजाए गए भगवान श्री बुद्धेश्वर महादेव मंदिर को देखने के लिए श्रद्धालु जब मंदिर में प्रवेश करते हैं तो बाहर खड़े 4 से 5 पुलिसकर्मी की नजर उन पर रहेती हैं। इसके बाद मंदिर में लगे CCTV कैमरे भगवान श्री बुद्धेश्वर महादेव मित्र मंडली के सदस्य और मंदिर में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालुओं पर नजर रखते हैं। वहीं श्रद्धालुओं को मंदिर में बनाए गए रस्सी के घेरे से ही दर्शन करवाए जाते हैं।

Read More:

- Advertisement -
RELATED ARTICLES

Most Popular