India News MP (इंडिया न्यूज), Ujjain Crime: मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। उज्जैन में 4 दिन पहले भाई-बहन की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने बताया कि पिता से नाराजगी के चलते दोनों ने आत्महत्या की है। उनकी मां ने भी उन्हें जहर दिया था। साथ ही मां ने उसके दोनों हाथों की नसें काटकर उनका खून साफ किया और फ्रिज में रख दिया। पुलिस ने माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया है।
सैफी मोहल्ले के रहने वाले ताहिर के बेटे सादिक हुसैन और बेटी जेहरा के शव 29 मार्च को उनके घर में मिले थे। दोनों हाथों की नसें कटी हुई थीं। पहले ऐसा लग रहा था कि दोनों ने अपने हाथ की नस काटकर आत्महत्या की है, लेकिन मौके से सुसाइड नोट और खून न मिलने से मामला उलझ गया है। इसके बाद मामला तब और भी पेचीदा हो गया जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई कि दोनों की मौत जहर खाने से हुई है।
इस मामले में पुलिस ने गहनता से जांच की और शक होने पर मां से पूछताछ की। इसके बाद एक चौंकाने वाली बात सामने आई। पता चला कि पिता सादिक की वजह से दोनों भाई-बहन और मां फातिमा डिप्रेशन में थे। इसलिए तीनों आत्महत्या करना चाहते थे। फातिमा ही नींद की गोलियां और सल्फास लेकर आई थी। दोनों बच्चों ने अपनी मां के सामने ही सल्फास की गोलियां खा लीं और फिर अपने हाथों की नसें काट लीं।
इस घटना के बाद वह स्कूल गई और फिर शाम को पुलिस को सूचना दी। बस यही वजह है कि पुलिस ने फातिमा और सादिक को आत्महत्या का दोषी माना और साक्ष्य मिटाने की धारा 305, 306 और 201 के तहत कार्रवाई कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि सादिक कुवैत में काम करता है, वह 2 साल से घर नहीं आता था लेकिन घर खर्च के लिए पैसे भेजता था। उनका बेटा ताहिर आंखों की बीमारी से पीड़ित था और पिता का ऑपरेशन न कराने के कारण परेशान था। मां फातिमा भी इस बात से दुखी थीं। सुसाइड नोट के अलावा ताहिर ने एक डायरी में भी अपने पिता से नाराजगी के बारे में लिखा था, जो बाद में पुलिस को मिला।
प्रदीप शर्मा ने बताया कि सादिक का बेटा ताहिर और बेटी जेहरा के साथ मां फातिमा भी आत्महत्या करना चाहते थे लेकिन बेटे ताहिर ने अभी आत्महत्या न करने को कहा था। बल्कि उनका खून इकट्ठा करके पापा को दिखाओ। तब उन्हें गलती का एहसास हो। बस यही कारण है कि फातिमा ने आत्महत्या नहीं की और अपने बेटे और बेटी के हाथों की नसें काटकर खून को कपड़े से साफ किया और पॉलिथीन बैग में भरकर फ्रिज में रख दिया।
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